रिमझिम बरीस बरसे। आया सावन झुमो जरा। रिमझिम बरीस बरसे। आया सावन झुमो जरा।
काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा, काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा,
यह धरती कबीर तुलसी रसखान की आओ देखे झाँकी हिंदुस्तान की । यह धरती कबीर तुलसी रसखान की आओ देखे झाँकी हिंदुस्तान की ।
पूर्ण कर अरमान, नूतन साल आया। जाग रे इंसान, नूतन साल आया। ख़ुशबुओं से तर हुईं बहती पूर्ण कर अरमान, नूतन साल आया। जाग रे इंसान, नूतन साल आया। ख़ुशबुओं से ...
मैं काँपने लगा और गिड़गिड़ाया, जब ठंडा पानी अपने ऊपर गिराया , मैं काँपने लगा और गिड़गिड़ाया, जब ठंडा पानी अपने ऊपर गिराया ,
जिसे हम भूले थे वह बरसों बाद आया! जिसे हम भूले थे वह बरसों बाद आया!